Hamas Vs Israel : हमास के हमलों के बीच मोदी सरकार ने जारी की चेतावनी : इजराइल में रहने वाले भारतीय ध्यान दें

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Hamas Vs Israel : Latest Update

इज़राइल में बिगड़ती स्थिति के बीच, भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक सलाह में उपस्थित सभी भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा अनुशंसित सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का अनुरोध किया गया है।

इजरायल में हमास (फिलिस्तीनी आतंकी संगठन) के हमले के बाद भारत सरकार एक्शन में आ गई है. इजराइल में मौजूद भारतीयों को जरूरी नोटिस जारी कर दिया गया है. भारतीय दूतावास ने शनिवार को इज़राइल में सभी भारतीय नागरिकों को “सतर्क रहने” और “सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने” के लिए कहा। इसके अलावा, गैर-जरूरी यात्रा से बचने और सुरक्षा आश्रयों के करीब रहने की सलाह दी जाती है।

Hamas Vs Israel : इजराइल ने की युद्ध की घोषणा

दरअसल, फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने शनिवार सुबह 6:25 बजे इजराइल पर हमला कर दिया. हमास ने सिर्फ 20 मिनट में इजराइल पर 5,000 रॉकेट दागे. इस हमले में 40 इजरायली मारे गये. इज़रायली प्रधान मंत्री नेतन्याहू ने बाद में “युद्ध” की घोषणा की और कहा कि उनका देश अपने दुश्मन से “अभूतपूर्व कीमत” वसूल करेगा। इज़राइल ने ऑपरेशन आयरन स्वोर्ड्स शुरू किया। इसके अलावा, इजराइल में रविवार को स्कूल की छुट्टी घोषित कर दी गई है। आपको बता दें कि इजराइल में रविवार नहीं बल्कि शुक्रवार और शनिवार को सार्वजनिक छुट्टी होती है।

Hamas Vs Israel : इजराइल में रहने वाले भारतीयों को, भारतीय दूतों की गाईडलाइन-

इजराइल में बिगड़ते हालात के संदर्भ में भारतीय दूतावास द्वारा जारी की गई सलाह में कहा गया है कि इजराइल में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, इजराइल में सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा अनुशंसित सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है। सावधान रहें, अनावश्यक गतिविधियों से बचें और सुरक्षा आश्रयों के करीब रहें। हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष एक लंबा और जटिल है। यह संघर्ष फ़िलिस्तीन के भविष्य को लेकर एक विवाद है, जो एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर यहूदी, ईसाई और मुस्लिम तीनों धर्मों के लोग समान रूप से दावा करते हैं।

Hamas Vs Israel : हमास क्या है ?

हमास एक फ़िलिस्तीनी इस्लामी आतंकवादी संगठन है जिसकी स्थापना 1987 में हुई थी। हमास का लक्ष्य इज़राइल को नष्ट करना और फ़िलिस्तीन में एक इस्लामी राज्य की स्थापना करना है। इज़राइल, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा हमास को एक आतंकवादी संगठन के रूप में मान्यता प्राप्त है। इज़राइल एक यहूदी राज्य है जिसकी स्थापना 1948 में हुई थी। इज़राइल का दावा है कि फ़िलिस्तीन क्षेत्र इसका ऐतिहासिक क्षेत्र है। इज़राइल फ़िलिस्तीन के कुछ हिस्सों पर कब्ज़ा करता है, जिसमें गाज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक शामिल हैं। हमास और इज़राइल के बीच कई बार युद्ध हुए हैं। सबसे हालिया युद्ध मई 2021 में हुआ था, जो 11 दिन तक चला था। इस युद्ध में दोनों पक्षों के सैकड़ों लोग मारे गए थे।

हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष के समाधान के लिए कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन कोई भी प्रयास सफल नहीं रहा है। संघर्ष के समाधान के लिए सबसे बड़ी बाधा यह है कि दोनों पक्षों के पास फ़िलिस्तीन के भविष्य को लेकर अलग-अलग विचार हैं। हमास चाहता है कि फ़िलिस्तीन में एक इस्लामी राज्य की स्थापना की जाए, जबकि इज़राइल चाहता है कि फ़िलिस्तीन में एक यहूदी राज्य की स्थापना की जाए।

हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष का दुनिया भर के लोगों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। यह संघर्ष मध्य पूर्व में अस्थिरता का एक प्रमुख कारण है। इस संघर्ष के कारण लाखों फ़िलिस्तीनी शरणार्थी बन गए हैं। हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक दीर्घकालिक और व्यापक समाधान की आवश्यकता है। यह समाधान फ़िलिस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार और इज़राइल की सुरक्षा के अधिकार को ध्यान में रखना चाहिए।

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