हापुड़ : रामलीला समिति द्वारा आयोजित मंचन में श्रीराम द्वारा धनुष तोड़ने का मंचन किया गया। इस दौरान श्रीराम के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। इसके बाद लक्ष्मण और परशुराम संवाद हुआ।
hapur ramleela- राक्षसों का किया वध
मंचन में ताड़का सुबाहु आदि राक्षसों का वध कर प्रभु श्रीराम लक्ष्मण और मुनि विश्वामित्र के साथ मिथलापुरी पहुंचे। जहां पर धनुष यज्ञ के आयोजन में अनेक राजा महाराज आए। दस हजार राजाओं ने मिलकर धनुष उठाना चाहा, लेकिन सब विफल रहे। इस दृश्य को देख राजा जनक के हृदय को कष्ट हुआ। उन्होंने कहा कि धरती पर लगता है कोई वीर ही नही है। ये सुन लक्ष्मण को क्रोध आ जाता है। वह कहते है उनके भाई श्रीराम आज्ञा करें तो अभी इस धनुष को उठाकर फेंक दूं। परंतु वह प्रभु श्रीराम का इशारा पाकर शांत बैठ जाते हैं। गुरु आज्ञा पाकर श्रीराम धनुष को उठाकर पलभर में तोड़ देते हैं। उसके बाद लक्ष्मण परशुराम संवाद का मंचन हुआ।
hapur ramleela- यह रहे मौजूद
रामलीला का आयोजन प्रधान रविंद्र गुप्ता, महामंत्री विनोद वर्मा, कोषाध्यक्ष उमेश अग्रवाल की अध्यक्षता में हुआ, मीडिया प्रभारी शुभम गोयल ने बताया कि श्री राम बारात का भव्य आयोजन आज किया जाएगा। मंचन के दौरान नवीन वर्मा, अनिल आजाद एडवोकेट,नन्हे मल ठेकेदार, सुयश वशिष्ठ, नवीन गुप्ता, अंकुर गर्ग समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।