जानें नवरात्रि के नौ दिनों के महत्व, अगर आपनें रखा है उपवास तो जानना है जरुरी।

नवरात्रि के नौ दिन और उनके महत्व

नवरात्रि के नौ दिन और उनके महत्व

दूसरा दिन: दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। मां ब्रह्मचारिणी देवी दुर्गा का दूसरा रूप है। उन्हें साधना और तपस्या की देवी कहा जाता है।

चौथा दिन: चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है। मां कुष्मांडा देवी दुर्गा का चौथा रूप है। उन्हें ब्रह्मांड की निर्माता देवी कहा जाता है।

छठा दिन: छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी देवी दुर्गा का छठा रूप है। उन्हें महिषासुर मर्दिनी के रूप में भी जाना जाता है।

सातवां दिन: सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। मां कालरात्रि देवी दुर्गा का सातवां रूप है। उन्हें अपने भयंकर रूप के लिए जाना जाता है।

आठवां दिन: आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। मां महागौरी देवी दुर्गा का आठवां रूप है। उन्हें अपनी सफेद त्वचा के लिए जाना जाता है।

नवां दिन: नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मां सिद्धिदात्री देवी दुर्गा का नौवां और अंतिम रूप है। उन्हें सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली देवी कहा जाता है।

नवरात्रि के नौ दिनों का बहुत महत्व है। इन दिनों में देवी दुर्गा की पूजा करने से भक्तों को सभी प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती हैं। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।